रश्मि

सहयोगी, डाँगरोल गाँव 

रश्मि बोलती कम हैं लेकिन करती बहुत कुछ है। बिन बोले ही गाँव को एकत्रित करना, स्वास्थ्य अभियान का अहम हिस्सा बनना और अपनी मुश्किल परिस्थितियों को एक तरफ रख कर दूसरों की परेशानियाँ समझना, यही इनकी खास बात है। महिला हिंसा इन्हें सबसे ज़्यादा दर्द पहुँचाती है।