महताब भाई
महताब भाई से बेहतर कोई नहीं सिखा सकता ज़मीन से जुड़े रहने की अहमियत। वो माली का काम करते हैं और उनके आते ही चारों ओर पेड़ पौधे झूम उठते हैं। चाहे जितनी बेरहम गर्मी हो, महताब भाई खुरपी ले कर पौधों मे खो जाते हैं और फिर उन्हें सुख-दुख-धूप-दर्द कुछ भी महसूस नहीं होता। फिर जब सर उठा कर देखते हैं अपनी की हुई मेहनत को, तो इनकी आँखों मे सितारों जैसी चमक होती है। धरती को सँवारने का सुख और धरा से प्रेम करना इनसे सीखें।