कुसुम
प्रभारी, हुरमंजपुर गाँव
कुसुम बोलने में माहिर हैं और लोगों को लुभाने मे भी। वो किसी से भी सवाल-जवाब करने से नहीं डरती, बस उन्हें सच बताओ और चलते बनो। परिस्थितियों के साथ लड़ते–लड़ते इन्होनें सामाजिक न्याय के लिए भी लड़ना सीख लिया और हमेशा दूसरों के हकों के लिए आवाज उठाती हैं, पूरा दम लगा के। निडर हो कर।