कुलदीप
प्रभारी, लिसाढ़ गाँव
कुलदीप अपने गाँव मे मिसाल-देह काम कर रहे हैं, हिन्दू-मुस्लिम जोड़ने के लिए। 2013 के दंगों के बाद इनके गाँव में हिन्दू और मुस्लिम के बीच का भाईचारा खत्म हो गया था। लेकिन कुलदीप ने गाँव मे मुस्लिम परिवार को अपने घर ईद के त्यौहार पर बुला कर रोज़ा-इफ्तारी कराई। यह भाईचारे का माहौल फिर से ताज़ा करने की बड़ी प्रक्रिया रही।