फुरकान अली

प्रभारी, गाज़ीपुर गाँव

फुरकान अपने नाम अनुसार एक फकीर मिज़ाज के हैं, जो अपना पेट काट कर दूसरों को खिलाते रहते हैं। चाहे वो गाँव के बुज़ुर्ग हों या बच्चे। सभी धर्म-समाज को साथ ले कर चलते हैं और भेद-भाव के सख्त खिलाफ हैं। इनके सामने कोई दबंग बनने की कोशिश करे तो फुरकान से बुरा कोई नहीं। अन्त तक लड़ते हैं और पीछे नहीं हटते। उनका गुस्सा शांत सिर्फ उनकी बेटी कर सकती हैं।