अक्षय

अक्षय एक बहुत ही जिम्मेदार सरफरोशी है। अपने पिता को छोटी उमर में खोने के बाद परिवार इनसे ही चलती है। लेकिन अक्षय इसे बोझ न समझकर बखूबी से निभाते हैं और साथ ही चिराग जलाए रखते हैं कुछ करने की, अपनी दुनिया बेहतर बनाने के लिए। बिना कुछ कहे वो बहुत कर डालते हैं, अपने से अलग गांव के कैंप में भी भागीदारी दे कर। वो यह नहीं देखते की क्या उनका और क्या किसी और के गांव का। सेवा तो सेवा होती है और इसके लिए अक्षय कहीं भी जाने को तैयार हैं।