सरफ़रोशी क्या है

अद्भुत भी और सामान्य भी। ख्वाब भी और साथ ही हकीकत। सरफ़रोशी एक ऐसी दुनिया को बनाने की कोशिश है जिसमें हम सब एक हैं। और हम आपसी बैर भुला कर एक दूसरे को अपनाएँ, एक संगठन बनें।

सबको साथ ले कर ही हम अपने हकों की लड़ाई लड़ सकते हैं।

सरकार से स्वास्थ्य की उपलब्धियों की मांग करना आसान हो जाता है। 

पुलिस केस लिखवाना आसान हो जाता है। 

जहां हमें एंट्री नहीं मिलती, जहां सुनवाई नहीं होती, अनेक जाति और धर्म का संगठन होने पर उन्ही जगहों में हमारी बात सुनने लगते हैं। 

यह है संगठन की ताकत और सरफ़रोशी की पहचान। 

समता और समानता हमारे संविधान और कानून का आधार है लेकिन इसका पालन करना, इसे अपने जीवन में उतारना मुश्किल। इसीलिए यह काम सरफ़रोशी है, यानि उन बहादुर देश भक्तों का काम जिन्होंने सबको साथ लेकर इस देश की नीव बनाने के लिए अपनी जान दे दी।

जैसे भगत सिंह ने इस सपने को सच करने के लिए 23 साल की उम्र में ही अपनी ज़िंदगी त्याग दी। आज के दिन में इस सपना को पूरा करने के लिए ज़िंदगी त्यागने की ज़रूरत नहीं है लेकिन अपने दिल में वही जुनून, वही आग की ज़रूरत है।

हम सरफ़रोशी को कैसे चलाते हैं?

सरफ़रोशी एक सामाजिक संस्था यानी एन. जी. ओ. है और हम उत्तर प्रदेश के शामली ज़िले में स्थित हैं। यहाँ पर बहुत बड़े स्तर पर लोग अपने हकों से वंचित भी हैं तो दूसरी ओर बहुत सारे लोग एक हो कर, एक संगठन बनाने को तैयार भी हैं। बहुत लोग ऐसे मिले जो सरफ़रोशी बन के काम करना चाहते हैं।

हम कई समाज सेवी लोग और कंपनियों से चन्दा यानी डोनैशन लेते हैं और उससे संस्था चलाते हैं। हमारा रेजिस्ट्री नंबर है  U85300UP2022NPL161852.

यदि आप डोनैशन देना चाहते हैं तो यहां पर ज़रूर क्लिक करें और एक क्लिक से आप भी दिल और जज़्बात से हमारी दुनिया का हिस्सा बन जाएंगे। 

यह सरफ़रोशी काम सिर्फ़ डोनैशन से मुमकिन है, चिराग जलते रहने के लिए हमारी सहायता करें।