समता‚ समानता‚ बंधुता‚ न्याय
मिलाप
हर सरफ़रोशी का सपना है की हम ऐसी दुनिया बनाएँ जिसमें हिन्दू-मुस्लिम सारे त्यौहार साथ मनाएँ, जिसमें राम और रहीम के लिए बराबर जगह हो। जिसमें हम यह नहीं देखते की कौन क्या खाना खाता है और क्या नहीं बल्कि यह देखें की किसी को खाने की किल्लत तो नहीं।